Jan 31, 2024, 07:38 PM IST

बजट समझना है तो जानिए इन 10 शब्द के मतलब

Kuldeep Panwar

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को छठी बार बजट पेश करने जा रही हैं. लोकसभा चुनाव से पहले पेश होने के कारण यह अंतरिम बजट होगा.

देश का बजट पेश करते समय वित्त मंत्री अंग्रेजी के कई टेक्नीकल शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, जो इतने भारी-भरकम होते हैं कि आम आदमी की समझ में नहीं आते.

बजट को समझाने वाले ये शब्द बेहद अहम होते हैं. हम आपको ऐसे ही 10 शब्दों का अर्थ समझा रहे हैं, जिससे आपको बजट आसानी से समझ आ जाएगा.

1. सबसे पहले बात वित्त वर्ष (Financial Year) की. यह टर्म 1 अप्रैल से लेकर अगले साल 31 मार्च तक के समय के लिए यूज होती है. इसके लिए ही बजट तय किया जाता है.

2. बजट में फिस्क्ल पॉलिसी (Fiscal Policy) शब्‍द भी खूब यूज होता है. इसका मतलब वित्त प्रबंधन के उन खास उपायों से है, जो सरकार मंहगाई कंट्रोल करने और रोजगार पैदा करने के लिए अपनाती है.

3. फिस्कल डेफिसिट (Fiscal Deficit) यानी वित्तीय घाटा शब्द सरकार की कमाई और खर्च के बीच के अंतर को कहते हैं. कमाई कम और खर्च ज्यादा होने पर यह यूज होता है.3. 

4. फाइनेंस बिल (Finance Bill) बजट के दौरान ही पेश होता है, जिसमें अगले वित्त वर्ष के लिए प्रस्तावित टैक्स लागू करने, हटाने, घटाने आदि की जानकारी होती है.

5. बजट में आपात निधि (Contingency Fund) उस फंड को कहते हैं, जो देश में किसी तरह की इमरजेंसी सिचुएशन आने पर सरकार संसद की मंजूरी के बिना खर्च कर सकती है. 

6. कैपिटल एक्सपेंडिचर (Capital Expenditure) उस फंड को कहते हैं, जिससे सरकार अपनी कमाई बढ़ाने वाले काम करती है. इनमें सड़क बनाना, अस्पताल बनाना, स्कूल बनाना आदि गिन सकते हैं. 

7. रेवेन्यू एक्सपेंडिचर (Revenue Expenditure) वह खर्च होता है, जिससे सरकार कर्मचारियों का वेतन, जनता को सब्सिडी, राज्य सरकारों को अनुदान आदि देत है यानी देश चलाती है.

8. रेवेन्यू डेफिसिट (Revenue Deficit) टर्म का इस्तेमाल बजट में उस स्थिति के लिए होता है, जब सरकार पर पैसे की कमी होती है और उसे कर्ज लेना पड़ता है.

9. राष्ट्रीय कर्ज (National Debt) बजट में उस कर्ज को कहते हैं, जो केंद्र सरकार पुराने बजट घाटे को पूरा करने के लिए लेती है और इसे सरकार को चुकाना होता है. 

10. विनिवेश (Disinvestment) यानी टर्म उस समय उपयोग की जाती है, जब सरकार बजट में अपनी किसी संपत्ति, कंपनी आदि को पूरी तरह या उसका कुछ हिस्सा बेचने की घोषणा करती है.