Sep 3, 2023, 12:00 PM IST
कोहिनूर दुनिया के सबसे महंगे हीरों में से एक है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसकी कीमत 16.5 लाख करोड़ रुपये है.
सदियों से कोहिनूर हीरे का मालिकाना हक कई अलग-अलग राजाओं और साम्राज्यों के पास रहा है.
कोहिनूर हीरे का सबसे पहला मालिक भारत में हिंदू काकतीय राजवंश था.
इस कोहिनूर हीरे को 1304 में मुस्लिम शासक अलाउद्दीन खिलजी ने ले लिया था.
वहीं मुगल बादशाह बाबर ने 1526 में कोहिनूर हीरे को हासिल किया था.
हालांकि, स्मिथसोनियन मैगज़ीन के अनुसार पहली बार शाहजहां ने 1628 में मयूर सिंहासन बनवाया था जिसमें इस हीरे को लगवाया.
शाहजहां को हराने के बाद इस कोहिनूर हीरे को 1739 में फारसी शासक नादिर शाह ने कब्जा लिया था.
वहीं कुछ इतिहासकारों का मानना है कि अफगान शासक अहमद शाह दुर्रानी ने 1747 में नादिर शाह की कब्र से हीरा चुरा लिया था.
इसके बाद कोहिनूर को सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह ने 1813 में यह हासिल किया. 1839 में रणजीत सिंह की मौत हो गई थी. उसके बाद सत्ता की बागडोर उनके बेटे दलीप सिंह के पास आई.
1849 में, द्वितीय आंग्ल-सिख युद्ध में अंग्रेजों ने सिख साम्राज्य को हरा दिया. शांति संधि के तहत दलीप सिंह को कोहिनूर हीरा अंग्रेजों को सौंपने के लिए मजबूर होना पड़ा.
आज कोहिनूर हीरा अब ब्रिटिश क्राउन के कब्जे में है और टॉवर ऑफ लंदन में मौजूद है.