देश की सिविल सेवाएं सम्मान और पावर के साथ अपने अधिकारियों को बढ़िया सैलरी भी देती हैं. अधिकारियों को बढ़ते अनुभव के साथ समय-समय पर प्रमोशन भी मिलते रहते हैं.
एक आईएएस अधिकारी की शुरुआती पोस्ट सब डिविजनल मजिस्ट्रेट की होती है. इस पोस्ट पर उन्हें 56100 रुपये मंथली सैलरी मिलती है.
1 से 4 साल की सर्विस के बाद वे अडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के पद पर पहुंचते हैं, जहां उनकी बेसिक सैलरी 67,700 रुपये होती है.
इसके आगे आईएएस अधिकारियों का डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के पद पर प्रमोशन होता है और तब उनकी बेसिक सैलरी 1,18,500 रुपये हो जाती है.
सर्विस के कुछ साल बाद आईएएस अधिकारी डिविजनल कमिश्नर के पद पर प्रमोट होते हैं और यहां उनकी सैलरी 1,44,200 रुपये होती है.
आगे वे प्रिंसिपल सेक्रेटरी या एडिशनल सेक्रेटरी बनते हैं, जहां उनका वेतन करीब 1,82,200 रुपये होता है.
जब वे एडिशनल चीफ सेक्रेटरी जैसे ज्यादा जिम्मेदारी वाले पदों पर पहुंचते हैं तो उनकी सैलरी करीब 2,05,400 रुपये होती है.
आईएएस अधिकारी अपने करियर के टॉप पर पहुंचकर कैबिनेट सेक्रेटरी बनते हैं जहां उनका मूल वेतन 2,50,000 रुपये तक बढ़ जाता है.
मूल वेतन के अलावा आईएएस अधिकारियों को पोस्टिंग की जगह और दूसरे आधारों पर डीए, एचआरए और टीए जैसे कई भत्ते भी मिलते हैं.