राधारानी के परम भक्त प्रेमानंद जी महाराज का असली नाम अनिरुद्ध कुमार पांडेय है.
13 साल की उम्र में उन्होंने घर त्याग दिया और आधात्म के रास्ते पर चल पड़े.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर प्रेमानंद जी महाराज ने पढ़ाई लिखाई कहां तक की है.
प्रेमानंद जी महाराज ने 8वीं क्लास तक यूपी के कानपुर के अखरी गांव के स्थानीय स्कूल में पढ़ाई की है. जब वह 9वीं क्लास में थे तो उनका मन प्रभु भक्ति में रम गया.
प्रेमानंद जी महाराज के माता-पिता भी धर्म और आस्था में काफी विश्वास रखते थे.
5वीं क्लास में प्रेमानंद जी महाराज गीता प्रेस की श्री सुखसागर पढ़ा करते थे. छोटी उम्र में ही उन्हें कई चालीसाएं याद थीं.
छोटी उम्र में ही उनके जिज्ञासु मन में जीवन के उद्देश्य को लेकर सवाल उठने लगे.
उन्होंने पढ़ाई के महत्व पर भी सवाल उठाया और उन्हें भौतिकवादी ज्ञान हासिल करने का मतलब नहीं समझ आया.
अपने सवालों का जवाब उन्हें भक्ति मार्ग में ही दिखाई दिया और इसलिए ही उन्होंने घर छोड़कर आध्यात्म का रास्ता अपनाया.