ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से स्टूडेंट्स सीख सकते हैं ये 5 सबक
Jaya Pandey
भारतीय वायुसेना के पायलट और अंतरिक्ष यात्री बने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने हाल ही में नासा के एक्सिओम मिशन-4 (एक्स-4) के तहत 14 दिनों तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर रहने वाले पहले भारतीय बनकर इतिहास रच दिया.
लखनऊ के एक स्कूल से लेकर पृथ्वी की परिक्रमा करने तक का उनका सफर सिर्फ़ सुर्खियां नहीं बल्कि महत्वाकांक्षा, लचीलापन और उद्देश्य के बारे में छात्रों के लिए एक शक्तिशाली वास्तविक जीवन की मास्टरक्लास है.
आज हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़े वो 5 सबक बताने जा रहे हैं जो हर स्टूडेंट उनसे सीख सकता है.
भले ही कोई आप पर विश्वास रखे या न रखे लेकिन आपको खुद अपने सपने पर विश्वास रखना आना चाहिए.
जीवन में मजबूत शैक्षणिक आधार बहुत जरूरी है क्योंकि यही आपके लिए असाधारण दरवाजे खोलती है.
अनुशासन और एडेप्टेबिलटी एक साथ चलते हैं. जहां अनुशासन से स्थिरता आती है, वहीं अनुकूलनशीलता से प्रगति सुनिश्चित होती है.
अनजान रास्तों से डरें नहीं बल्कि उन्हें अपनाएं. शुभांशु शुक्ला ने न सिर्फ अज्ञात रास्ते को चुना बल्कि उसका बीड़ा भी उठाया.
सिर्फ खुद की सफलता तक ही सीमित न रहें बल्कि दूसरों को प्रेरित करने और उनके उत्थान के लिए भी जीएं.