दुनिया में पहली बार, इस शख्स ने की 'परीक्षा' की शुरुआत!
Raja Ram
परीक्षा का महत्व हर किसी के जीवन में है. लेकिन क्या आपको पता है कि यह प्रक्रिया कैसे शुरू हुई और इसके पीछे कौन था?
एक ऐसा समय था जब छात्रों की क्षमताओं को आंकने के लिए कोई निश्चित तरीका नहीं था. तभी एक खास विचार ने इसे बदल दिया.
पढ़ाई का मुख्य उद्देश्य सिर्फ ज्ञान प्राप्त करना नहीं, बल्कि इसे मापने का भी है. क्या यही सोच परीक्षा की नींव बनी?
परीक्षा के कांसेप्ट को तैयार करने वाले हेनरी फिशेल ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी. उन्होंने छात्रों की क्षमताओं को मापने के लिए एक नया रास्ता दिखाया.
चीन ने दुनिया की पहली संगठित परीक्षा, ‘दी इंपीरियल एग्जामिनेशन’ का आयोजन किया. इसका मुख्य उद्देश्य प्रशासनिक पदों पर योग्य उम्मीदवारों का चयन करना था.
चीन के बाद इंग्लैंड ने 1806 में सिविल सर्विस एग्जाम की शुरुआत की. यह आधुनिक परीक्षा प्रणाली का अगला कदम था.
आज परीक्षा हर शिक्षा प्रणाली का अभिन्न हिस्सा है. यह प्रक्रिया हेनरी फिशेल के विचार और चीन की परंपरा से प्रेरित है.