सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन CBI और इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट ED दोनों ही भारतीय एजेंसी हैं जो अपराध की जांच करती हैं.
आज हम आपको बताएंगे कि सीबीआई और ईडी में क्या अंतर है और दोनों में कौन ज्यादा पॉवरफुल है.
सीबीआई हत्या, भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी और अन्य अपराधों की जांच करती है जबकि ईडी आर्थिक अपराधों विशेषकर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करती है.
सीबीआई केंद्र सरकार के नियंत्रण में काम करती है जबकि ईडी वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अधीन काम करती है.
सीबीआई की स्थापना साल 1963 में हुई थी जबकि ईडी की स्थापना 1956 में हुई थी.
सीबीआई के पास आपराधिक मामलों में गिरफ्तारी और अभियोजन की शक्ति है जबकि ईडी के पास आर्थिक अपराधों में संपत्ति जब्त करने और जुर्माना लगाने की शक्ति है.
ईडी के पास कानूनी रूप से उन्हें आवंटित किए गए मामलों का एकमात्र अधिकार क्षेत्र होता है जबकि सीबीआई को भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करते समय अन्य संबंधित निकायों के साथ अपना कानूनी स्थान साझा करना पड़ता है.
ईडी को राज्य सरकार से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होती है जबकि सीबीआई को किसी मामले की जांच के लिए संबंधित राज्य सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है.