भारत में सीबीएसई और आईसीएसई दोनों ही बोर्ड काफी लोकप्रिय हैं. दोनों ही बोर्ड में हाई क्वॉलिटी एजुकेशन दिया जाता है लेकिन क्या आपको इन दोनों बोर्ड के बीच का अंतर पता है?
सीबीएसई के पाठ्यक्रम में साइंस और मैथ्स पर ज्यादा जोर दिया जाता है जबकि आईसीएसई बोर्ड में आर्ट्स, लैंग्वेज, साइंस और मैथ्स सभी विषयों पर जोर दिया जाता है.
सीबीएसई का माध्यम इंग्लिश और हिंदी दोनों है जबकि आईसीएसई बोर्ड का माध्यम सिर्फ इंग्लिश है.
सीबीएसई में मूल्यांकन ज्यादा ऑब्जेक्टिव होता है और लिखित परीक्षा पर ज्यादा जोर होता है जबकि आईसीएसई बोर्ड ज्यादा सब्जेक्टिव होता है जिसमें आंतरिक मूल्यांकन और प्रोजेक्ट वर्क पर जोर दिया जाता है.
सीबीएसई के एग्जाम में स्टूडेंट्स को ग्रेड दिया जाता है जबकि आईसीएसई बोर्ड में बच्चों को एग्जाम में नंबर मिलते हैं.
जिन बच्चों के पैरेंट्स की ट्रांसफर वाली नौकरी होती है वे उन्हें सीबीएसई बोर्ड में पढ़ाना पसंद करते हैं क्योंकि भारत में सीबीएसई मान्यता वाले स्कूल अधिक हैं और दूसरे शहर में जाकर भी उनकी पढ़ाई पर ज्यादा असर नहीं पड़ता.
CBSE भारत में ज्यादा स्वीकृत है जबकि आईसीएसई विदेशों में ज्यादा स्वीकृत बोर्ड है.