इंडियन नेवी को दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर नेवी माना जाता है लेकिन क्या आप इंडियन नेवी और मर्चेंट नेवी के बीच का अंतर जानते हैं?
इंडियन नेवी में सरकारी स्वामित्व वाले जहाज शामिल होते हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा और भारत के प्रादेशिक जल की सुरक्षा के लिए समर्पित होते हैं.
वहीं मर्चेंट नेवी में सरकारी और निजी दोनों संस्थाओं के स्वामित्व वाले जहाज शामिल हैं जिनका मकसद माल और यात्रियों का परिवहन होता है.
इंडियन नेवी भारत के जलक्षेत्र में काम करती है, सिर्फ विशिष्ट अभियानों में इसके मिशन उससे बाहर जाते हैं.
मर्चेंट नेवी राष्ट्रीय सीमाओं के बाहर काम करती है और दुनियाभर के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में संलग्न रहती है.
इंडियन नेवी सशस्त्र बलों की एक शाखा के रूप में काम करती है, जिसका कार्य देश के समुद्री हितों की रक्षा करना है.
वहीं मर्चेंट नेवी कॉमर्शियल समुद्री गतिविधियों के लिए समर्पित है जिसकी निगरानी इंटरनेशनल मैरीटाइम ऑर्गेनाइजेशन करता है.
मर्चेंट नेवी में सैलरी 0.3 लाख से 20.8 लाख तक होती है जबकि इंडियन नेवी की सैलरी भारत सरकार रेगुलेट करती है, जिसमें रैंक और सेवा के आधार पर अतिरिक्त लाभ भी होते हैं.
मर्चेंट नेवी के कैडेट को 18 महीने की ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है जबकि इंडियन नेवी के अफसर एनडीए और नेवल एकेडमी जैसे प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग लेते हैं.