Jul 6, 2025, 04:34 PM IST
दृष्टि आईएएस के संस्थापक और देश के लाखों युवाओं के चहेते टीचर विकास दिव्यकीर्ति स्टूडेंट्स के साथ आम लोगों को भी मोटिवेट करते रहते हैं.
अक्सर सोशल मीडिया पर विकास दिव्यकीर्ति के वीडियो वायरल होते रहते हैं. ऐसे ही एक वीडियो में उन्होंने बताया है कि आखिर स्कूलों में ही ज्यादा बच्चे क्यों बिगड़ते हैं.
विकास दिव्यकीर्ति ने बताया कि जब बच्चे अपनी स्कूल लाइफ में 13 से 19 साल की उम्र में पहुंच जाते हैं तो उनके बिगड़ने के पीछे कई सामाजिक और पारिवारिक कारण जिम्मेदार होते हैं.
विकास दिव्यकीर्ति ने बताया कि यही वह उम्र होती है जिसमें बच्चे दूसरों के व्यवहार से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. ऐसे में पैरेंट्स को उनपर खास ध्यान देना चाहिए.
इस उम्र में जब पैरेंट्स अपने बच्चों को किसी चीज से रोकते हैं तो उन्हें अपनी आजादी में खलल जैसा महसूस होता है.
उन्होंने आगे कहा कि इस उम्र पर बच्चों पर अपने दोस्तों का असर बहुत ज्यादा होता है और उनके दबाव में आकर वह कई गलत चीजें सीख जाते हैं.
इसके अलावा पैरेंट्स का व्यवहार जैसे लड़ाई-झगड़ा, खराब पीना, सिगरेट पानी, गाली देना भी बच्चों पर बुरा असर डालता है.
उन्होंने जाने माने साइकोलॉजिस्ट जॉन बौंदुरा के हवाले से कहा कि बच्चे इंस्ट्रक्शन नहीं बल्कि ऑब्जर्वेशन से सीखते हैं.
उन्होंने कहा कि पैरेंट्स को ही इस उम्र में बच्चों को सही-गलत की पहचान कराना चाहिए जिससे वह गलत दिशा में न चले जाएं और उन्हें पॉजिटिव माहौल मिल सके.