सच्ची घटनाओं पर आधारित हैं ये 7 हॉरर फिल्में, जानें ओटीटी पर कहां मिलेंगी
Utkarsha Srivastava
द एमिटीविले हॉरर': न्यूयॉर्क के लॉन्ग आईलैंड स्थित एक घर में हुए सच्ची सुपरनैचुरल क्राइम पर कई फिल्में बन चुकी हैं. इसमें एक परिवार के शख्स ने कथित तौर पर पजेस्ड होकर घर के सभी लोगों की हत्या कर डाली थी. जिसमें दो बच्चे भी थे. ये अमेजॉन प्राइम पर है.
वॉरेन कपल के एक केस से जुड़ी फिल्म 'द कॉन्जरिंग' के कई पार्ट्स आ चुके हैं, जिनमें अलग-अलग सच्ची घटनाओं पर आधारित हॉरर से भरी कहानियां सुनाई जा चुकी हैं.
'पोल्टरजिस्ट' 1982 में आई बेहद डरावनी फिल्म है. ये फिल्म 1950s में हुए 'हरमैन हाउस' में सुपरनैचुरल घटनाओं पर आधारित है. इसमें एक परिवार अपने घर में चौंकाने वाली घटनाओं का सामना कर रहा था जिसकी लंबी इन्वेस्टिगेशन भी चली थी. ये फिल्म नेटफ्लिक्स पर है.
'द एक्सोसिज्म ऑफ एमिली रोज़' भी एक सच्ची घटना पर आधारित है. ये फिल्म 1975 के दौरान एक जर्मन महिला के साथ हुई सुपरनैचुरल घटनाओं की कहानी दिखाती है.
2014 में आई फिल्म 'एनाबेल' भी असली घटनाओं पर आधारित है. ये फिल्म रियल लाइफ डॉल की कहानी है जो हॉन्टेड बताई जाती है. ये डॉल पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर वॉरेन कपल के घर पर एक सिक्योर अलमारी में रखी गई है.
'डिलिवर अस फ्रॉम ईविल' 20214 में आई थी और ये फिल्म न्यूयॉर्क के एक असली पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर की कहानी बताती है जिसने शहर में हुई असली सुपरनैचुरल घटनाएं देखी थीं.
'विंचेस्टर' फिल्म 2018 में आई थी ये असली 'विंचेस्टर हाउस' पर आधारित है. जहां पर रहस्यमयी घटनाएं हो रह थी. दावा किया जाता है कि 40 बेडरूम वाले इस घर में वहां पर मरे हुए लोगों की आत्माएं मौजूगी का एहसास कराती हैं.