Jan 19, 2024, 08:45 AM IST

वीकेंड पर निपटा लें जियो सिनेमा की ये 7 अंडररेटेड फिल्में, जिन्हें देख मूड हो जाएगा फ्रेश

Jyoti Verma

सौम्यक कांति देवी स्वास द्वारा निर्देशित द डॉटर साल 2022 में रिलीज एक बेहतरीन फिल्म है. यह एक शॉर्ट फिल्म है, जो भारत के एक कर्फ्यू, डिस्टोपियन शहर पर आधारित है. यह एक कठिन विकल्प के सामने पिता-पुत्री के रिश्ते को लेकर है. 

साल 2006 में रिलीज इट्स कॉम्प्लिकेटेड नैन्सी मेयर्स द्वारा निर्देशित एक रोमांटिक कॉमेडी है, जिसमें एक अलग हो चुके कपल की कहानी है. जो अपने तलाक के दस साल बाद एक सीक्रेट संबंध शुरू करते हैं. वे अपने बेटे की स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए मिलते हैं और अतीत की बहुत सारी फीलिंग्स दोनों में फिर से आती हैं.

साल 2015 में आई मनोज बाजपेयी स्टारर अलीगढ़ का निर्देशन हंसल मेहता ने किया था.  यह कहानी एक प्रोफेसर की है जिसे राजनीति के कारण गलत तरीके से बर्खास्त कर दिया गया था. यह मामला उसके जीवन में भारी व्यक्तिगत घुसपैठ की ओर ले जाता है और इससे प्रोफेसर को उस पत्रकार के साथ एक स्पेशल रिश्ता बनाने में मदद मिलती है जो उसकी कहानी को कवर करता है.

2019 में आई फिल्म रामप्रसाद की तेरहवीं का निर्देशन सीमा पाहवा के द्वारा किया गया है.  यह फिल्म में घर में एक मौत की कहानी है और कैसे पूरा बिखरा हुआ परिवार तेरह दिनों के शोक के लिए एक छत के नीचे एक साथ आता है.

बेला सहगल द्वारा निर्देशित शिरीन फरहाद की तो निकल पड़ी फिल्म एक बेहद अनएक्सपेक्टिड रोमांटिक कॉमेडी है. यह 45 साल के कुंवारे फरहाद की कहानी बताती है जो शिरीन से तब मिलता है जब वह उसकी दुकान पर आती है. एक बार जब वे प्यार में पड़ जाते हैं, तो दोनों एक कपल के तौर पर लाइफ को एंजॉय करते हैं.

ट्रे एडवर्ड शुल्ट्स द्वारा निर्देशित वेव्स एक फैमिली ड्रामा फिल्म है. जिसकी कहानी एक उपनगरीय अफ्रीकी अमेरिकी परिवार की इमोशनल यात्रा पर है क्योंकि वे अपने जीवन में विकास, प्रेम, माफी और लॉस का सामना करते हैं.

साल 2016 में अश्विनी लेयर तिवारी द्वारा निर्देशित निल बटे सन्नाटा आई थी. यह फिल्म एक अकेली मां और अपनी बेटी की पढ़ाई के संघर्ष की कहानी है.