Box Office पर इन 9 फिल्मों का हुआ डब्बा गोल, बाद में बनीं कल्ट क्लासिक
Jyoti Verma
कागज के फूल साल 1959 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर पसंद नहीं किया गया था, लेकिन बाद में टीवी पर इसे दर्शकों ने खूब सराहा था.
साल 1970 की हिट फिल्म मेरा नाम जोकर लंबी और अलग कहानी होने के कारण कुछ खास बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही थी, लेकिन बाद में यह कल्ट क्लासिक बनीं.
नसीरुद्दीन शाह स्टारर फिल्म जाने भी दो यारो 90 के दशक की बेहतरीन कॉमेडी ड्रामा है, लेकिन सिनेमाघरों में नहीं चली थी. हालांकि बाद में इसे काफी पसंद किया गया.
अमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म अग्निपथ 1990 में आई थी. इस फिल्म में अमिताभ की आवाज अलग होने के कारण दर्शक काफी नाराज हुए थे और यह सिनेमाघरों में नहीं चल पाई थी, लेकिन टीवी पर यह फिल्म सफल रही थी.
1991 की फिल्म लम्हे में अनिल कपूर और श्रीदेवी नजर आए थे. इस फिल्म की कहानी को लोगों ने पसंद नहीं किया था, लेकिन बाद में इसे भी लोगों ने क्लासिक फिल्म कहा.
सूर्यवंशम 1999 की फ्लॉप फिल्म साबित हुई थी, लेकिन टीवी पर आने के बाद इसे दर्शकों ने खूब पसंद किया और आज यह फिल्म टीवी पर खूब पसंद की जाती है.
अनिल कपूर की पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म नायक 2001 में आई थी. सिनेमाघरों में यह फिल्म कमाल नहीं दिखा पाई, लेकिन टीवी पर इसे दर्शकों ने काफी पसंद किया.
आमिर खान और सलमान खान की कॉमेडी ड्रामा अंदाज अपना अपना 1994 में आई थी. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही, लेकिन इसे बाद में काफी सराहा गया.
तवायफ का शब्द सुनते ही ज्यादातर लोग उन्हें गलतकामों से जोड़कर देखते हैं, लेकिन उनका जिस्मफरोशी से कोई लेना देना नहीं है.