Oct 3, 2023, 11:36 AM IST

वायरल और सर्दी को दूर रखने वाली 4 जड़ी बूटियां

Nitin Sharma

आयुर्वेद में शामिल जड़ी बूटियों का आज भी कोई तोड़ नहीं है. सालों से इनका प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता रहा है.

आयुर्वेद में कई जड़ी-बूटियां ऐसी हैं, जिनका सेवन करने मात्र से ही वात, पित्त, कफ से लेकर बुखार तक से छुटकारा मिल जाता है. बिना बीमारी इनका सेवन इम्यूनिटी को बूस्ट करता है.

इन दिनों तेजी से चल रहे डेंगू से लेकर वायरल फिवर में आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन रामबाण साबित होता है. यह इम्यून सिस्टम को बूस्ट कर बुखार और दर्द से छुटकारा दिला देती है. 

इसके लिए नियमित रूप से या फिर कफ और वायरल बुखार होने पर इन 4 आयुर्वेदिक हर्ब्स का सेवन कर सकते हैं.

आयुर्वेदिक औष​धीयों में त्रिफला चूर्ण एक अलग पहचान रखता है. त्रिफला आंवला, बिभीतक और हरीतकी का मिश्रण कर तैयार किया जाता है. यह पाचन शक्ति को मजबूत करने के साथ ही ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है. इसमें मौजूद विटामिन सी और अमीनो एसिड, मिनरल्स रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं. यह सर्दी और बुखार से छुटकारा दिलाता है.

तुलसी के पौधे को आयुर्वेद में बड़ा स्थान दिया गया है. इसकी वजह तुलसी का एक या दो नहीं, बल्कि दर्जनों औषधीय गुणों से भरपूर होना है. हर दिन सुबह उठते ही तुलसी की 5 पत्तियों का सेवन करने से वात, पित्त, कफ और सर्दी जुकाम का खात्मा होता है. इसका नियमित सेवन इम्यूनिटी को बूस्ट करता है. साथ ही ब्लड शुगर को भी कंट्रोल कर देता है. 

नीम का पेड़ एंटीइंफ्लामेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है. यह स्किन से लेकर वायरल इंफेक्शन से बचाने में काफी कारगर है. नीम की कुछ पत्तियों को खाली पेट चबाने पर काफी फायदा मिलता है. स्वाद में बेहद कड़वी लगने वाली इसकी पत्तियों में औषधीय गुण पाएं जाते हैं. इनका जूस या फिर पानी पीने से ही इम्यूनिटी बूस्ट होती है.

आयुर्वेद में जड़ी बूटियों की बात करते ही अश्वगंधा का नाम सबसे पहले आता है. इसकी वजह अश्वगंधा में कई सारे कंपाउंड का पाया जाना है, जो शरीर को मजबूत बनाने के साथ ही इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं. अश्वगंधा को दूध के साथ लिया जा सकता है. इसका नियमित सेवन आपको बीमार नहीं पड़ने देता. यह दिमाग को भी तेजी से विकास करता है.