जैसे-जैसे लोगों की उम्र बढ़ती है, कई लोग हड्डियों के नुकसान की चपेट में आ जाते हैं . और मेडिकल साइंस की भाषा में इस बीमारी को ऑस्टियोपोरोसिस कहा जाता है.
ज्यादा बाहर का खाना और तेल-मसाले वाला खाना खाने से हड्डियों के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. यहां तक कि धूम्रपान के साथ ही विटामिन डी और कैल्शियम की कमी भी इसके लिए जिम्मेदार है.
शुरुआती चरण में ऑस्टियोपोरोसिस का इलाज करना स्वस्थ रहने का सबसे अच्छा तरीका है. इसलिए बीमारी के कुछ लक्षणों पर नज़र रखें. तभी आप बीमारी के जाल से आसानी से बाहर निकल सकते हैं.
अगर हमेशा ही पीठ और कमर दर्द बना रहता है तो सावधान हो जाएं. ज्यादा देर खड़े होने में दिक्कत भी ऑस्टियोपोरोसिस का एक लक्षण है.
नाखून बिल्कुल नहीं बढ़ रहे? बार-बार टूटते हैं या नाखूनों में क्रैक आ रहा तो ये अंदर से हड्डियों के खोखले होने का संकेत है.
ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों को आटा गूंथते समय हाथ में दर्द का अनुभव हो सकता है. अगर आपको उंगली मोड़ने में परेशानी होती है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें
कमजोर हड्डियों से चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है. यहां तक कि मामूली चोटें भी हड्डी के फ्रैक्चर का कारण बन सकती हैं.