Mar 1, 2024, 03:41 PM IST
शरीर का सबसे जरूरी हिस्सा है दिमाग, जो हमारी बॉडी को कंट्रोल करने और उसे मैनेज करने का काम करता है.
विशेषज्ञों के मुताबिक, जब ब्रेन में खून जमने लगता है तो उसकी नसों में दबाव बनता है और ब्लीडिंग हो सकती है.
नसें ब्लॉक होने पर सिर में तेज दर्द होता है. यह तब होता है जब ब्रेन में खून और ऑक्सीजन का सर्कुलेशन सही न हो.
दिमाग की नसें ब्लॉक होने पर व्यक्ति के लिए सही तरीके से बोल पाना और समझना मुश्किल हो जाता है.
शरीर में जब झनझनाहट होने लगे तो सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि यह भी ब्रेन की नसों में ब्लॉकेज के संकेत हैं.
जब लगे कि शरीर पर अपना नियंत्रण नहीं है, हाथ-पांव लड़खड़ा रहे हैं, तो यह भी अलार्मिंग है. संभल जाएं.
अगर बार-बार चक्कर आए या बेहोशी या फिर किसी भी चीज पर फोकस न बने तो तुरंत ब्रेन की नसें चेक करवाएं.
दिमाग की नसें ब्लॉक होने का असर आंखों पर भी पड़ता है. ऐसे में आंखें कमजोर होती हैं, धुंधलापन बढ़ जाता है.
ये बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं. विशेष जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें.