Dec 4, 2023, 08:55 AM IST

दिमाग की नसों में कमजोरी के हैं ये 5 लक्षण

Ritu Singh

नसों में कमजोरी की शुरुआत अक्सर ब्रेन से होती है और धीरे-धीरे ये पूरे शरीर को गिरफ्त में ले लेती है.

दिमाग की नसों में कमजोरी के कारण हो सकते हैं. कई बार किसी दिमागी संक्रमण, आघात, स्ट्रोक, डायबिटीज, गठिया, ट्यूमर, खराब ब्लड सर्कुलेशन के कारण भी ऐसा होता है.

झुनझुनी होना-नसों की कमजोरी का सबसे पहला साइन है झुनझुनी होना.अगर उठने और बैठने या पैर में  सुन्नाहट आने लगे तो ये नसों की कमजोरी के लक्षण हैं.

पीठ-कमर से पैरों तक दर्द-नसों की कमजोरी से मांसपेशियों कमजोर होती हैं और अगर आपके पीठ-कमर या पैर तक सुन्नाहट आ रही या तेज दर्द हो तोतो आपको सतर्क हो जाना चाहिए.

झटके या दौरे होना-ब्रेन की नसों में कमजोरी होने से शरीर में झटके या दौरे आते हैं. इसके अलावा बोलचाल और याददाश्त से जुड़ी समस्याएं भी होने लगती हैं. 

अचानक सिरदर्द-अचानक से सिरदर्द या लगातार सिरदर्द होना दिमाग की नसों की कमजोरी के लक्षण हो सकते हैं. ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन की कमी से ऐसा होता है, क्योंकि कोशिकाओं में ऑक्सीजन सही से नहीं पहुंच पाता है. इससे अचानक से तेज सिर दर्द होने लगता है. 

मांसपेशियों की कमजोरी-मांसपेशियों की कमजोरी नसों की कमजोरी का ही एक लक्षण है. दरअसल, इससे शरीर में तालमेल की कमी नजर आती है. होता यह है कि दिमाग से शरीर के सभी अंग जुड़े होते हैं. जब ब्रेन में कमजोरी होती है मांसपेशियों का तालमेल बिगड़ने लगता है.