दही वो सफेद चीज है जो दिमाग का दही होने से यानी दिमाग को परेशान होने से बचाता है.
दिमाग को शांत रखने में दही का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है.
दही न केवल पोषण देता है, बल्कि इसमें मौजूद विशेष गुण मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक हो सकते हैं.
दही में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है, जो सेरोटोनिन (खुशी का हार्मोन) के उत्पादन में मदद करता है. यह मस्तिष्क को शांत रखने और तनाव को कम करने में सहायक होता है.
ट्रिप्टोफैन का स्रोत
दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स आंत की सेहत को बेहतर बनाते हैं. आंत और मस्तिष्क के बीच सीधा संबंध होता है, जिसे 'गट-ब्रेन एक्सिस' कहा जाता है. स्वस्थ आंत मस्तिष्क के कार्यों को बेहतर बनाती है और तनाव, चिंता व अवसाद को कम करने में मदद करती है.
गट-ब्रेन कनेक्शन
प्रोबायोटिक्स न्यूरोट्रांसमीटर (जैसे सेरोटोनिन और डोपामिन) के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं, जो मूड को सकारात्मक बनाए रखने में मददगार होते हैं.
मेटाबोलाइट्स
दही शरीर को ठंडा रखता है, जो मानसिक तनाव को कम करने में सहायक होता है. गर्मी में इसे खाने से ठंडक महसूस होती है, जिससे दिमाग को आराम मिलता है.
शरीर का तापमान
दही का सेवन नींद की गुणवत्ता को सुधारने में मदद करता है, जो मानसिक शांति के लिए आवश्यक है.
तनाव से दूरी
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.