सर्दियों में सोने से पहले की ये 5 गलतियां, बढ़ा देंगी ब्लड शुगर
Nitin Sharma
आज के समय में डायबिटीज एक बड़ी समस्या बन गई है. लगातार इस बीमारी के मरीजों की संख्या इजाफा हो रहा है. इसकी मुख्य वजह खराब खानपान के साथ ही आलस और वर्कआउट न करना भी है.
करोड़ों लोग डायबिटीज से जूझ रहे हैं. डायबिटीज उन लाइलाज बीमारियों में से एक है, जिसका अब तक कोई सीधा इलाज नहीं है.
डायबिटीज उन क्रॉनिकल बीमारियों में से एक है, जिस पर मौसम तक का असर पड़ता है.ठंड में कॉर्टिसोल इंसुलिन का प्रोडक्शन धीमा हो जाता है. यह खून में ग्लूकोज का लेवल बढ़ा देता है, जो डायबिटीज मरीजों के लिए किसी आफत से कम नहीं होता.
डायबिटीज मरीज का देर तक न सोना भी ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करता है. नींद पूरी न होने की वजह से तनाव बढ़ता है. यह कोर्टिसोल हार्मोन को एक्टिव कर देता है. इसकी वजह से इंसुलिन का प्रोडक्शन डाउन हो जाता है, जिसकी वजह ग्लूकोज लेवल हाई ही ब्लड शुगर बढ़ जाता है.
सर्दियों के मौसम में प्यास कम लगती है. इसमें भी कुछ लोग बार बार पेशाब जानें से बचने के लिए पानी पीना इग्नोर कर देते हैं. इसका सीधा असर शुगर लेवल पर पड़ता है बॉडी डिहाइड्रेट होने लगती है. जिसकी वजह से शुगर लेवल बढ़ जाता है.
रात को खाने के बाद कुछ लोगों की आदत मीठा खाकर सोने की होती है. अगर आप शुगर के मरीज हैं तो भूलकर भी यह गलती न करें. यह ब्लड शुगर लेवल हाई कर अस्पताल पहुंचा सकती है.
रात के समय खाना खाते ही सो जानें से ब्लड शुगर लेवल प्रभावित होता है. शरीर के अंदर ग्लूकोज की प्रक्रिया जारी रहती है. यह शरीर के सुस्त पड़ने पर खाने से जनरेट ग्लूकोज को आसानी से पचा नहीं पाता. जिसकी वजह ब्लड शुगर हाई हो जाता है.
डायबिटीज मरीजों के लिए रात की वॉक बेहद जरूरी है, जो लोग खाकर 30 से 60 मिनट की वॉक नहीं करते हैं. उन्हें डायबिटीज के चलते अस्पताल तक जाना पड़ सकता है.