May 9, 2024, 09:21 PM IST
महाभारत में ऐसे कई योद्धाओं का जिक्र मिलता है जो बेहद ही शक्तिशाली और बलवान थे. इन्हीं में से एक योद्धा थे भीम.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भीम को 10 हजार हाथियों के समान बल प्राप्त था. लेकिन, क्या आप जानते हैं भीम को यह बल कैसे प्राप्त हुआ था.
इसके पीछे एक कथा प्रचलित है. दरअसल दुर्योधन बचपन से ही पांडवों के प्रति मन में दुर्भावना रखता था. इसलिए बचपन में जब पांचों पांडव गंगा तट पर खेल रहे थे.
तब दुर्योधन ने भीम के खाने में चुपके से विष मिला दिया, खेलने के बाद जब भीम ने भोजन किया तो वह अचेत होकर वहीं गिर गए. जिसके बाद दुर्योधन ने भीम को गंगा में डुबो दिया.
गंगा में डूबने पर भीम नागलोक में पहुंच गए, जहां उन्हें सांप डसने लगे. लेकिन भीम जिंदा हो गए और उन्होंने सांपों को मारना शुरू कर दिया. ऐसे में सभी सांप डरकर नागराज वासुकि के पास मदद मांगने पहुंचे और उन्हें पूरा किस्सा बताया.
नागराज वासुकि के साथ आर्यक नाग भी मौजूद थे, जो भीम के नानाजी के नानाजी थे. कथा के अनुसार उन्होंने ही भीम को विशेष रस दिया था, जिसमें हजारों हाथियों का बल मौजूद था. रस पीने के बाद भीम एक दिव्य शय्या पर आराम करने लगे.
जब उन्हें यह रस पच गया तो नागों नें उन्हें गंगा किनारे छोड़ दिया. ऐसे में रस तो पच गया लेकिन उनके शरीर में हजार हथियों का बल समाहित हो गया.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.