Jan 17, 2024, 01:24 PM IST
सीने में दर्द, बेचैनी और घबराहट जैसी समस्याएं होना हार्ट से संबंधित बीमारियों का संकेत हो सकता है.
ऐसे में सही समय पर हार्ट का टेस्ट कराना बेहद जरूरी होता है.
ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन टेस्ट की मदद से खून में शुगर की मात्रा की जानकारी ली जा सकती है.
डायबिटीज और दिल के मरीजों के लिए यह टेस्ट बेहद जरूरी होता है.
इकोकार्डियोग्राफी से यह पता लगाया जा सकता है कि दिल की मांसपेशियों को पर्याप्त मात्रा में खून मिल रहा है या नहीं.
चेस्ट एक्स-रे से सांस से जुड़ी बीमारियों का पता लगाया जा सकता है, लेकिन इस टेस्ट की मदद से हार्ट हेल्थ की जानकारी भी ली जा सकती है.
कार्डियक सिटी स्कैन टेस्ट की मदद से दिल में किन कारणों से समस्या आ रही है इसकी जानकारी मिलती है.
इसमें मशीन की मदद से चेस्ट के चारों तरफ से पिक्चर ली जाती है.
हार्ट मॉनिटरिंग टेस्ट की मदद से हार्ट की गति के बारे में पता चलता है.
यह एक पोर्टेबल मशीन होती है जिसे 24 घंटे तक पहन के रखना पड़ता है.