Dec 25, 2023, 05:46 PM IST
भारत के कई इलाकों में कोरोना के नए मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. बता दें कि केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा के कुछ हिस्सों में इस नए संक्रमण ने तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लिए है.
हालांकि नए वैरियंट को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. बता दें कि इससे मौत के मामले और अस्पतालों में भर्ती लोगों की संख्या में उतनी बढ़ोत्तरी नहीं हुई जो डेल्टा वैरिएंट के समय पर थी. इससे सावधानी बरतने से आप इसकी चपेट में नहीं आएंगे..
हालांकि इस बीच कोरोना को लेकर सबसे नई रिसर्च ने लोगों को मन में चिंता पैदा कर दिया है. रिसर्च के मुताबिक इस वायरस से स्वाद और गंध के अलावा गले को भी बेहद नुकसान हो सकता है.
दरअसल जनरल पेडियाट्रिक में Bilateral vocal cord paralysis requiring long term tracheostomy after SARS-CoV-2 infection नाम की एक रिसर्च सामने आई है, जिसमें यह पता लगा है कि कोरोना संक्रमण गले को भी संक्रमित करता है और इससे गले की आवाज तक जा सकती है.
बता दें कि इसे वोकल कॉर्ड पैरालिसिस कहा जाता है और इसमें वोकल हिस्से प्रभावित होते हैं. ऐसे में संक्रमण की स्थिति में आप धीरे-धीरे बोलने की क्षमता खो देते हैं.
वहीं हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर क्रिस्टोफर हार्टनिक का कहना है कि कोरोना संक्रमण कई तरह की न्यूरोलॉजिकल समस्याएं जैसे सिरदर्द, दिल का दौरा और परिधीय न्यूरोपैथी का भी कारण बन सकता है.
इसलिए कोरोना के नए वैरियंट से सावधानी बरतनी बहुत ही जरूरी है. इसके बढ़ते मामले को देखते हुए इसके लक्षणोंं को अनदेखा न करें और तुरंत इसकी जांच कराएं.