Jan 20, 2024, 08:16 AM IST

मल्टीग्रेन रोटी नहीं, सिर्फ इस आटे की रोटी से कम होगा ब्लड शुगर

Ritu Singh

अगर आपको ये लगता है कि आप डायबिटीज में मल्टीग्रेन रोटी खाकर शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं तो ये पूरी तरह से सच नहीं है.

मल्टीग्रेन में कई तरह के आटे मिक्स होते है और ये सेहतमंद होते हैं लेकिन डायबिटीज में नहीं.

क्योंकि डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिजीज है और मल्टीग्रेन में तरह-तरह के मिलेट्स को पचाना शुगर के मरीज के लिए आसान नहीं होता है.

अगर आप शुगर के मरीज है तो आपके लिए जौ ही सबसे बेस्ट आटा है. जौ विश्व स्तर पर उत्पादित चौथी सबसे बड़ा अनाज है और यह फाइबर से भरपूर और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है.

जौ रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में मदद करता है. यह अधिक वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त डायबिटीज या प्रीडायबिटिक लोगों के बीच वजन प्रबंधन में भी सहायता करता है.

जौ ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है. जौ में घुलनशील फाइबर बीटा-ग्लूकन भी शामिल है, जो आपके पाचन तंत्र में चीनी के साथ जुड़कर उसके अवशोषण को धीमा कर देता है.

रोज 3.6 ग्राम जौ खाने से हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है. उच्च कोलेस्ट्रॉल. प्रतिदिन 3-12 ग्राम जौ खाने से उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले वयस्कों में कुल और कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एलडीएल या "खराब") कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है.