Dec 14, 2023, 02:52 PM IST

अर्ली मेनोपॉज का होना क्यों होता है खतरनाक

DNA WEB DESK

आमतौर पर महिलाएं मेनोपॉज की स्थिति में 45 से 50 वर्ष की उम्र में पहुंचती हैं.

कुछ महिलाएं समय से ही पहले ही मोनोपॉज से गुजरने लगती हैं, इसे अर्ली मोनोपॉज कहते हैं.

मेनोपॉज होने के बाद गर्भधारण की संभावनाएं कम होने लगती हैं.

जिन महिलाओं में समय से पहले अर्ली मोनोपॉज या रजोनिवृत्ति हो जाती है, उनके शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है.

इसकी कमी से ऑस्टियोपोरोसिस और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है.

महिलाओं का स्वभाव बदलने लगता है, उन्हें घबराहट होती है, कमजोरी लगती है और चिड़चिड़ापन सताने लगता है.

अर्ली मोनोपॉज की वजह से महिलाओं में ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, आर्थराइटिस जैसी बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है.

अगर आपके पीरियड्स अनियमित हैं, योनि में सूखापन है, रात को पसीना आता है, अनिद्रा या मूड स्विंग जैसी दिक्कतें हैं तो ये भी अर्ली मोनोपॉज के संकेत हो सकते हैं.

मोनोपॉज हार्मोन थेरेपी (MHT) के जरिए इसके जोखिमों को कम किया जा सकता है.