May 29, 2024, 03:11 PM IST
इन दिनों दिल्ली समेत देश के कई अन्य शहरों में भंयकर गर्मी पड़ रही है और इसके कारण लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं.
ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि हमारा शरीर बाहर का कितना अधिक तापमान झेल सकता है? तो आइए जानते हैं इसके बारे में....
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, शरीर के अंदर के तापमान को रेग्यूलेट करने के लिए दिमाग के पीछे का हिस्सा (जिसे 'हाइपोथैलेमस' कहते हैं) ज़िम्मेदार होता है.
गर्मी हो या सर्दी हमारे शरीर के अंदर का तंत्र हमेशा शरीर का तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस बनाए रखने के लिए काम करता है.
ऐसे में 37.5 डिग्री से दो-चार डिग्री ऊपर और दो-चार डिग्री नीचे तक के तापमान में हमारा शरीर आसानी से एडजस्ट हो जाता है.
लेकिन, इससे ज्यादा तापमान होने पर हमारा शरीर जवाब देने लगता है और 50 डिग्री का अधिकतम तापमान बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है.
हालांकि, यह अन्य कई बातों पर भी निर्भर करता है. जैसे कि कितनी देर तक तापमान में एक्सपोज़ है, मौसम में कितनी आर्द्रता है, शरीर पसीना को कैसे निकाल रहा है या शारीरिक गतिविधि का स्तर कैसा है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक हमारा शरीर कुछ हद तक इसे बर्दाश्त करने के लिए तैयार रहता है. लेकिन मुश्किल तब आती है जब अचानक से तापमान बढ़ने लगता है.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.