May 1, 2025, 02:18 PM IST
HIV या एड्स एक ऐसा विषय है, जिसे लेकर आज भी लोगों के मन में कई सवाल और गलतफहमियां हैं. HIV एक ऐसा वायरस है जो शरीर की इम्यून सिस्टम पर हमला करता है.
इसके कारण व्यक्ति एड्स (AIDS - एक्वायर्ड इम्युनोडेफिसिएंसी सिंड्रोम) का शिकार हो जाता है. असुरक्षित यौन संबंध HIV फैलने का सबसे प्रमुख कारण है.
हालांकि क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कब और किस देश में AIDS का पहला मामला मिला था? अगर नहीं तो आइए जानते हैं HIV एड्स का इतिहास...
बताया जाता है कि दुनिया में एड्स का पहला मामला साल 1959 में मिला था, जब एक व्यक्ति के खून के नमूने में यह संक्रमण पाया गया था.
यह मामला किंशासा से था, जो कि अब मध्य अफ्रीकी देश डेमोक्रेटिक रिपब्ल्कि ऑफ कांगो की राजधानी है. उस समय किंशासा बुशमीट का बड़ा बाजार था.
HIV को लेकर वैज्ञानिकों ने पाया कि यह चिंपैजी वायरस का ही परिवर्तित रूप है, जो संक्रमित खून के संपर्क में आने से यह मनुष्यों तक पहुंचा था.
इस खतरनाक वायरस ने गोरिल्ला, बंदर, चिंपैजी और इंसानों को अपनी गिरफ्त में लेना शुरू किया था और संक्रमण फैलने के दौरान लाखों लोग इससे संक्रमित हो चुके थे.
बताते चलें कि HIV संक्रमण के शुरुआती चरणों में कुछ लोगों में फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं, इनमें बुखार आना, गले में खराश, ठंड लगना, अत्यधिक थकान, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, रात को पसीना आना और शरीर पर चकत्ते पड़ना शामिल है.