Jul 26, 2024, 02:18 PM IST
फैटी लिवर एक ऐसी समस्या है, जिसमें लिवर में बहुत ज़्यादा चर्बी जमा हो जाती है. फैटी लिवर की समस्या 2 तरह की होती है.
पहला है अल्कोहोलिक फैटी लिवर और दूसरा है नॉन अल्कोहोलिक फैटी लिवर. हालांकि हर फैटी लिवर बीमारी नहीं है.
Dr. मनोज गुप्ता के मुताबिक 'हर फैटी लिवर एक बीमारी नहीं है, अगर हम सबका अल्ट्रासाउंड कराएं तो करीब 50 फीसदी लोगों में ग्रेड 1 फैटी लिवर तो आ ही जाएगा'.
लेकिन, कुछ लोगों के लिए ये फैटी लिवर की समस्या गंभीर हो सकती हैं. ऐसी स्थिति में इस समस्या को भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
Dr. गुप्ता बताते हैं कि जिनमें इसके वार्निंग साइन जैसे की पीलिया, भूख न लगना, पैरों में स्वेलिंग, या उल्टी और मोशन में ब्लड आना आदि लक्षण दिखते हैं, उन्हें इससे सावधान रहने की जरूरत है.
इसके अलावा जिन लोगों का कोई फैमिली हिस्ट्री है या मेटाबॉलिक डिसऑर्डर जैसे कि डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और थायराइड जैसी बीमारियां हैं...
उनके लिए भी फैटी लिवर की समस्या खतरनाक हो सकती है. ऐसे लोगों को इस बीमारी को लेकर खास सावधानी बरतनी चाहिए.
ऐसे में अगर आप इन बीमारियों से जूझ रहे हैं और आपको फैटी लिवर के लक्षण दिखें तो तुरंत किसी डाॅक्टर की सलाह लें.