Aug 16, 2024, 06:21 PM IST

कड़वी क्यों होती हैं ज्यादातर दवाएं?

Abhay Sharma

आमतौर पर जब भी हम बीमार पड़ते हैं तो डाॅक्टर के पास जाते हैं. ऐसे में डाॅक्टर मर्ज के हिसाब से दवाएं और सीरप लिखते हैं, जिससे तबीयत ठीक होने लगती है.

इन दवाओं को स्वाद काफी कड़वा होता है. क्या आपने कभी सोचा है कि अधिकतर दवाओं का स्वाद कड़वा ही क्यों होता है? 

अगर नहीं तो आइए जानते हैं कि आखिर क्यों ज्यादातर दवाएं स्वाद में कड़वी होती हैं और इसके पीछे की वजह क्या है..

दरअसल, इन दवाओं को बनाने के लिए कई तरह के केमिकल्स और कंपाउंड्स का इस्तेमाल होता है, जिससे इनका स्वाद कड़वा हो जाता है. 

इसके अलावा दवाओं में एल्कलॉइड्स जैसे- कोडीन, कैफीन, टेरपीन और न्य कड़वे केमिकल्स मिलाए जाते हैं, जिससे इन दवाओं का स्वाद कड़वा हो जाता है. 

कई दवाएं प्लांट कंपाउंड्स से बनाई जाती हैं जो इनका स्वाद कड़वा कर देंती हैं. इसलिए जो दवाएं ज्यादा कड़वी होती हैं उन्हें कैप्सूल बना दिया जाता है. 

कैप्सूल की ऊपरी लेयर सॉफ्ट जिलेटिन की होती है, जो पेट में जाकर घुल जाती हैं. ऐसे में लोग कड़वी से कड़वी दवा भी खा लेते हैं.

बताते चलें कि जो दवाएं मीठी होती हैं उनपर शुगर की कोटिंग की जाती है. सभी दवाओं में यह नहीं किया जाता है, जिससे उनका स्वाद कड़वा लगता है.