Feb 5, 2025, 11:22 PM IST

दालों से जु्ड़ी ये 8 बातें नहीं जानते होंगे आप?

Meena Prajapati

दालें भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और पोषण से भरपूर होती हैं. यहां दालों से जुड़ी कुछ रोचक बातें दी गई हैं:

दालें शाकाहारियों के लिए प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत मानी जाती हैं. अरहर, मसूर, मूंग, चना, और उड़द दाल में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है, जो मांसाहारी आहार का एक अच्छा विकल्प है.

प्रोटीन

हर दाल का रंग और स्वाद अलग होता है. जैसे –मसूर दाल लाल, मूंग दाल हरी, चना दाल पीली और उड़द दाल सफेद होती है. यह न सिर्फ पोषण में बल्कि स्वाद में भी विविधता प्रदान करती हैं.

रंग और स्वाद

आयुर्वेद के अनुसार, मूंग दाल हल्की और पाचन में आसान होती है, जबकि उड़द दाल शरीर को ऊर्जा देती है.

आयुर्वेदिक महत्व

भारत में दालों का इतिहास हजारों साल पुराना है. सिंधु घाटी सभ्यता (3300-1300 ईसा पूर्व) में भी दालों के उपयोग के प्रमाण मिले हैं.

ऐतिहासिक महत्व

अरहर और उड़द जैसी दालें उगाने के लिए अधिक पानी की जरूरत होती है, जबकि मसूर और चना दाल अपेक्षाकृत कम पानी में भी उगाई जा सकती हैं.

पानी की खपत 

जब दालों को भिगोकर अंकुरित किया जाता है, तो उनमें विटामिन सी और बी-कॉम्प्लेक्स की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे वे और अधिक पौष्टिक हो जाती हैं.   

अंकुरित दालें 

दलहनी फसलें नाइट्रोजन स्थिरीकरण (Nitrogen Fixation) करती हैं, जिससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और खेती के लिए फायदेमंद होती हैं.

  दालों की खेती

रोजाना दाल खाने से प्रोटीन, फाइबर, आयरन, और अन्य पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और हृदय स्वस्थ बना रहता है. दालें न सिर्फ हमारे भोजन का एक अहम हिस्सा हैं, बल्कि यह सेहत और पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद हैं.

फायदे