Feb 11, 2024, 03:19 PM IST

Mahila Naga Sadhu: जानें कैसी जिंदगी जीती हैं महिला नागा साधु

Smita Mugdha

जब भी कहीं कुंभ मेला होता है तो वहां महिला नागा साधुओं का झुंड भी दिखता है. आम लोगों के लिए उनकी जिंदगी रहस्यमयी है. 

आइए जानते हैं इन महिला साधुओं के बारे में खास बातें और ये भी कि कैसे नागा साधु बनने के लिए कौन सी प्रक्रियाओं का पालन करती हैं.

महिला नागा साधु निर्वस्त्र नहीं रहतीं और ना ही वो सिला हुआ कपड़ा पहनती हैं. 

महिला नागा साधुओं को पूरी जिंदगी गेरुए रंग का एक गैर सिला वस्त्र लपेटना होता है जिससे अपने शरीर को ढंककर रकती हैं. 

इनका जीवन आध्यात्मिक और बेहद कठिन होता है. सुबह से शाम तक इन्हें कठिन साधना करनी होती हैं. 

महिला नागा साधु भी भगवान शिव को अपना आराध्य मानती हैं और उनके लिए तरह-तरह की पूजा और कठिन साधना भी करती हैं.

जब एक महिला नागा साधु बन जाती है, तो सारे ही साधु और साध्वियां उसे माता कहने लगती हैं. माई बाड़ा, वह अखाड़ा है जिनमें महिलाओं नागा साधु रहती हैं.

प्रयागराज में 2013 में हुए कुम्भ में माई बाड़ा को और विस्तृत रूप देकर दशनाम संन्यासिनी अखाड़ा का नाम दिया गया. (तस्वीरें सांकेतिक तौर पर इस्तेमाल की गई हैं.)