महाभरात के सभी किरदारों में अर्जुन को सबसे बड़ा योद्धा माना जाता है और कृष्ण ने भी गीता उपदेश उन्हें ही दिया था.
अर्जुन एक महान योद्धा होने के साथ ही नियमों के भी पक्के थे और उनके जीवन में होने वाले प्रेम प्रसंग और विवाह की काफी चर्चा होती है.
सुभद्रा रूपवती राजकुमारी होने के साथ ही कृष्ण और बलराम की बहन भी थीं और इसलिए अर्जुन से उनकी शादी आसान नहीं थी.
हालांकि, अर्जुन और सुभद्रा के प्यार को देखते हुए कृ्ष्ण दोनों की शादी के लिए तैयार हो गए थे और उनके महल में ही विवाह हुआ था.
मौजूदा वक्त में द्वारका में श्रीकृष्ण के महल होने के प्रमाण भी मिल चुके हैं और वहीं अर्जुन और सुभद्रा की शादी हुई थी.
अर्जुन और सुभद्रा का ही पुत्र अभिमन्यु था जिसने महाभारत में चक्रव्यूह भेदने की कोशिश की थी. अर्जुन और सुभद्रा के मंदिर गुजरात और राजस्थान में कई जगह पर हैं.
महाभारत में अर्जुन और सुभद्रा की प्रेम कहानी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि 12 वर्षों के वनवास के दौरान अर्जुन ने सुभद्रा से विवाह किया था.
12 वर्षों के वनवास के दौरान अर्जुन ने राजस्थान, गुजरात से लेकर दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर की भी यात्रा की थी.
12 वर्षों के वनवास के दौरान ही अर्जुन ने चित्रांगदा से भी विवाह किया था जिनके बारे में कहा जाता है कि वह बेहद खूबसूरत थीं.