Jul 28, 2024, 06:56 PM IST
किस युद्ध तकनीक के जरिए बाबर ने हिंदुस्तान पर किया था कब्जा
Rahish Khan
बाबर ने 1526 में दिल्ली के सुल्तान इब्राहिम लोदी को पानीपत युद्ध में हराकर हिंदुस्तान में मुगल वंश की स्थापना की थी.
बाबर ने हिंदुस्तान पर अचानक आक्रमण नहीं किया था, बल्कि उसे निमंत्रण देकर बुलाया गया था.
कुछ इतिहासकारों का माने तो दौलत खान लोदी ने बाबर को हिंदुस्तान पर हमला करने के लिए बुलाया था.
दौलत खान लोदी वंश के अंतिम शासक इब्राहिम लोदी के शासनकाल में लाहौर के गवर्नर थे.
वह जानता था कि अगर इब्राहिम लोदी को हराकर उसे कोई गद्दी पर बैठा सकता है तो वो बाबर है.
बाबर के पास भले ही इब्राहिम लोदी की तरह 1 लाख सैनिक और 1 हजार हाथी नहीं थे. लेकिन उसके पास युद्ध रणनीति थी.
बाबर के पास सिर्फ 10-12 हजार सैनिक थे. उसने पानीपत की लड़ाई में इब्राहिम लोदी को हराने के लिए 'उस्मानी (रूमी)' तरीका अपनाया था.
बाबर ने आधी सेना को पानीपत में खड़ा किया और आधी को पेड़ों की डालियों और टहनियों के पीछे एक खाई में छिपाया.
सामने की ओर गाड़ियों और तोपों को एक बड़ी संख्या में आपस में बांधा, ऐसे करने से प्रतिरक्षक दीवार खड़ी की.
हर दो गाड़ियों के बीच थोड़ी जगह छोड़ी गई जिसके पीछे छिपकर सैनिकों ने गोले छोड़े और तलवार-ढाल से हमला किया.
इसी जाल की वजह से इब्राहिम लोदी की सेना पस्त हो गई और बाबर को उस्मानी तकनीक जरिए जीत मिली.
इसी तकनीक का उस्मानियों ने ईरान के शाह इस्माइल को हराने के लिए इस्तेमाल किया था.
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