Apr 19, 2024, 02:01 PM IST

बीमार होने पर भारत के इस शहर में जान बचाने भागते थे अंग्रेज

Smita Mugdha

अंग्रेजों ने भारत में 200 साल से ज्यादा शासन किया और कई नए शहर बसाए थे.

शिमला और डलहौजी जैसे शहर तो ब्रिटिश अधिकारियों को काफी पसंद था. 

क्या आप जानते हैं कि बीमार होने पर ज्यादातर अंग्रेजों को ठीक होने के लिए कहां भेजा जाता था?

पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय की राजधानी भी अंग्रेजों को खूब भाती थी और बीमार होने पर वो यहीं आते थे. 

अंग्रेजों ने शिलांग की सुंदर वादियों और साफ आबो-हवा को देखते हुए इसे हीलिंग कैपिटल का नाम दिया था. 

अंग्रेज अधिकारी बहुत बीमार हो जाता था, तो उसे शिलांग भेजने के पीछे सोच थी कि यह शहर उन्हें घर जैसा लगता था.

शिलांग के सुंदर पहाड़, कलकल बहती पहाड़ी नदियां और झरने अंग्रेजों को अपने देश और घर जैसी लगती थीं.

शिलांग शहर के कई चर्च और मशहूर इमारतों में ब्रिटिश वास्तुकला की छाप दिखती है.

शिलांग शहर की खूबसूरती किसी भी लिहाज से यूरोपीय शहरों की सुंदरता से कम नहीं है.