Apr 2, 2024, 03:22 PM IST
भारत की इस रईस तवायफ को ब्रिटिश अधिकारी भी करते थे सलाम
Smita Mugdha
गौहर जान आजादी से पहले देश की प्रमुख तवायफ थीं जो नृत्य और संगीत दोनों ही कलाओं में पारंगत थी.
गौहर की मां खुद भी बहुत उम्दा नृत्यांगना थीं और कलकत्ता में उन्हें नृत्य संगीत की शिक्षा उस्ताद वजीर खान और प्यारे साहिब ने दी थी.
गौहर जान ध्रुपद, ख़याल, ठुमरी और बंगाली कीर्तन में पारंगत थीं और उनके कला के मुरीद देश के ताकतवर लोग थे.
गौहर जान अपने दौर की सबसे महंगी गायिका थीं और एक महफिल में कार्यक्रम के लिए 101 सोने की गिन्नियां लेती थीं.
रिकॉर्डिंग इंडस्ट्री की भारत में शुरुआत का श्रेय भी गौहर जान को ही जाता है. उन्होंने भारत में पहली बार गाना रिकॉर्ड किया था.
गायन व रिकॉर्डिंग उद्योग के शुरुआत कर उन्होंने काफी पैसे कमाए और कलकत्ता और बनारस में काफी संपत्ति भी जमा की.
गौहर जान के बारे में कहा जाता है कि वह बेहद आलीशान जिंदगी जीती थीं और उनके जेवर राजघराने की महिलाओं को टक्कर देते थे.
गौहर जान अपनी फिएट कार खुद चलाती थीं और अंग्रेज अधिकारी अक्सर उन्हें राजपरिवार का समझ लेते थे और बहुत अदब से मिलते थे.
उनकी ज्यादातर जमीन जायदाद जिंदगी के आखिरी दिनों में मुकदमों की भेंट चढ़ गई और उनकी मौत गुमनामी में हुई थी.
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