Jul 30, 2024, 10:50 AM IST
क्या है आगरा के चीनी मकबरे का रहस्य
Anamika Mishra
आगरा का नाम सुनते ही लोगों को ताजमहल की याद आ जाती है.
लेकिन उसी के बगल में बना चीनी का रौजा की भी अपनी एक अलग पहचान है.
चीनी के रौजा को आगरा का चीनी का मकबरा कहा जाता है.
इस मकबरे का निर्माण शुक्रुल्लाह शीराजी अफजल खां अल्लमी का है.
अफजल खां एक फारसी कवि हुआ करते थे, जो शाहजहां के दरबार में वजीर थे.
अफजल खां ने इस मकबरे का निर्माण 1628 से 1639 के बीच कराया था.
इसकी खूबसूरती देखकर मुगल शासक शहजहां भी हैरान रह गया था.
चीनी का रौजा नीले रंग के ग्लेज्ड टाइल्स से बना हुआ है.
ये टाइल्स पोर्सिलिन से बनी थी, जिसे उन समय चीनी मिट्टी कहा जाता था. माना जाता है कि ये टाइल्स चीन से मंगवाई गई थीं.
अफजल खां की मौत 1639 में लाहौर में हुई और उसकी इच्छा के मुताबिक उसे चीनी के रौजा में दफनाया गया.
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