Jun 25, 2024, 05:04 PM IST

अंग्रेजों से शराब तो नवाबों से सिगार, तवायफों के नशे के लिए भी होता था शाही इंतजाम

Smita Mugdha

तवायफों को कई तरह की नशे की लत भी होती थी, जिनमें भांग, पान-जर्दा से लेकर सिगरेट, शराब और सिगार भी शामिल था.

कुछ तवायफें भांग का नियमित सेवन करती थीं और इसके लिए वो भांग की ठंडई पीने से लेकर लड्डू तक का सेवन करती थीं. 

तवायफों के कोठे पर पान खाने का भी चलन होता था और उनके कद्रदान दूर-दराज से महंगे पान मंगाया करते थे. 

समय के साथ तवायफों के कोठे पर नशे के तरीके में भी बदलाव आने लगा और अंग्रेजी प्रभाव दिखने लगा था.

नवाब से लेकर अंग्रेज अधिकारी तक शहर की रईस तवायफों के दीवाने होते थे और उन्हें नशे का सामान भी तोहफे में देते थे.

हीरामंडी से लेकर लखनऊ तक की तवायफों के कोठे पर उस दौर की अंग्रेजी वाइन होती थी, जो उन्हें अंग्रेज अधिकारियों से तोहफे में मिलती थी.

नवाबों की ओर से महंगे सिगार और सिगरेट भी कुछ तवायफों को तोहफे में मिला करते थे.

अमीर तवायफों की जिंदगी की तरह उनकी नशे की लत भी काफी शाही और खर्चीली होती थी.

आजादी के बाद तवायफों के रुतबे और दौलत दोनों में कमी आने लगी थी.