रामायण को लेकर आप कई तरह की जानकारी रखते होंगे क्योकि भारत के हर हिन्दू घरों में रामायण रखी होती है.
आज हम आपको रामायण का एक किस्सा बताने जा रहे हैं. जब सीता ने राम के अचेत होने पर हथियार उठा लिया था.
राज्याभिषेक होने के उपरांत सीता ने बताया कि आपने केवल रावण का वध किया है लेकिन उसी का भाई सहस्रानन अभी जीवित है. उसकी हार के बाद ही आपकी जीत और शौर्य गाथा का औचित्य सिद्ध हो सकेगा.
सहस्त्र रावण यानि सहस्त्रानन रावण का बड़ा भाई था. जब रावण छोटा था तब सहस्त्र रावण अपने छोटे भाई रावण से हमेशा झगड़ता रहता था.
इससे नाराज होकर रावण की माता देवी कैकशी ने उसे दूर जाने को कहा.
तब सहस्त्रानन वहां से चला गया. वह एक ब्रमांड नाम के मायावी ग्रह पर रहने लगा.
उसे ब्रह्मा से वरदान था उसे स्त्री अलावा औऱ कोई भी नहीं मार सकता.
उस सेना के साथ उन्होंने समुद्र पार करके सहस्रस्कंध पर चढ़ाई की, जहां सहस्रानन का शासन था. सीता भी इस सेना के साथ थीं.
रणभूमि में केवल श्रीराम और सीता रह गए. राम अचेत थे. तब सीता जी ने ‘असिता’ अर्थात् काली का रूप धारण किया और तब सहस्रमुख का वध किया.