चांद बीबी इतिहास की एक मशहूर महिला हैं, जिनका जन्म सन् 1550 में अहमदनगर हुआ था.
चांद बीबी ने ही अहमदनगर का राजकाज संभालने का काम किया.
राजघराने में परवरिश होने के चलते चांद बीबी ने अच्छी घुड़सवारी सीखी, तलवार चलाना, फारसी, अरबी और मराठी भाषा भी सीखी.
चांद बीबी का निकाह बीजापुर सल्तनत के अली आदिल शाह प्रथम से करवा दिया गया था.
उस वक्त मुगलों का राज हुआ करता था और बादशाह अपना साम्राज्य बढ़ाने के लिए राज्यों से हाथ मिला रहे थे.
दक्षिण भारत के कुल राज्य मुगलों के अधीन हो गए थे लेकिन चांद बीबी मुगलों के आगे नहीं झुकी और मुगल बादशाह अकबर का प्रस्ताव ठुकरा दिया.
इस लड़ाई में चांद बीबी की सैन्य क्षमता और रणनीति को पूरे दक्कन ने सराहा.
मुगल बादशाह अकबर की सेना में चांद बीबी का मुकाबला करने की ताकत नहीं बची थी.
कुछ विद्वानों के अनुसार उनकी हत्या हामिद खान ने की थी. कुछ इतिहासकारों का मानना है कि जीता खान ने चांद बीबी को मारा था, जो उन्हीं का का एक एक किन्नर सेवक था.