Jul 5, 2024, 11:22 PM IST
कर्ण की माता कुंती है, पितामह भीष्म को कैसे पता चला?
Sumit Tiwari
पितामह भीष्म कौरवों की ओर से पहले सेनापति थे. उनको इच्छामृत्यु का वरदान था.
महाभारत युद्ध के 10 वें दिन अर्जुन के बाणों ने भीष्म पितामह को घायल कर दिया.
जब भीष्म पितामह बाणों की शैय्या पर लेटे हुए थे. तब उनसे एक करके सभी कौरव और पांडव मिलने गए.
जब पितामह को कर्ण ने अकेले देखा तो वह उनके पास गया और उन्हें प्रणाम किया.
कर्ण ने कहा "पितामह आंखें खोलिए मै वही सूतपुत्र कर्ण हूं जिससे आप सदा ही घृणा करते थे.
इस पर भीष्म ने कहा कि तुम सूतपुत्र कर्ण नहीं बल्कि कुंती पुत्र कर्ण हो
कर्ण यह सुनकर चौंक गया. कर्ण ने पितामह भीष्म से पूछा कि आप ये कैसे जानते है.
तब पितामह भीष्म ने बताया कि मुझे तुम्हारा परिचय नारद मुनि पहले ही दे चुके हैं.
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