Jun 29, 2024, 09:29 PM IST
इतने बाणों से सजी थी पितामह की मृत्युशैय्या
Sumit Tiwari
महाभारत में सबसे बड़ा और मुख्य किरदार पितामह भीष्म का माना जाता है.
पितामह भीष्म ने अपना वचन निभाने के लिए कौरवों की ओर से युद्ध में भाग लिया था.
पितामह कौरव सेना के सबसे पहले सेनापति थे. महाभारत का युध्द पूरे 18 दिन चला था.
युद्ध के दसवें दिन ही अर्जुन ने भीष्म पितामह के शरीर को बाणों से छल्ली कर दिया था.
पितामह भीष्म को इच्छा मृत्यु का वरदान था. उन्होंने युध्द के समाप्त होने के 58 दिन बाद अपने प्राण त्यागे थे.
महाभारत में वर्णन मिलता है कि पितामह भीष्म की शैय्या में उंगली रखने तक की गुंजाइश नहीं थी.
पितामह के कहने पर अर्जुन ने हजारों बाणों से उस शैय्या का निर्माण किया था.
पितामह भीष्म को मारने के लिए पांडवों को शिखंडी का सहारा लेना पड़ा था.
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