Dec 23, 2024, 10:36 PM IST

किन-किन देशों में लागू है 'एक देश एक चुनाव' व्यवस्था

Meena Prajapati

भारत में इन दिनों 'एक देश एक चुनाव' व्यवस्था को लागू कराए जाने की मांग की जा रही है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर कई बार बात की है. 

बता दें, इससे पहले इस मसले पर चुनाव आयोग, नीति आयोग, विधि आयोग और संविधान समीक्षा आयोग विचार कर चुके हैं. 

'एक देश, एक चुनाव' व्यवस्था का मतलब है कि एक ही दिन में राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय चुनाव कराए जाएं, ताकि चुनावों की प्रक्रिया सरल और कम खर्चीली हो.

हालांकि, दुनिया में करीब दर्जन भर देश ऐसे हैं, जहां 'एक देश एक चुनाव' व्यवस्था लागू है. 

भारत में 1952, 1957, 1962, 1967 तक एक साथ ही चुनाव कराए जाते थे. यह क्रम तब टूटा जब 1968-69 में कुछ राज्यों की विधानसभाएं विभिन्न कारणों से समय से पहले भंग कर दी गईं. 

ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, जर्मनी, फिलिपींस, ब्राजील, बोलीविया, कोस्टा रिका, ग्वाटेमाला, गुआना, कोलंबिया, होंडुरस में भी एक देश एक चुनाव की व्यवस्था लागू है. 

ब्रिटेन में हाउस ऑफ कॉमन्स, स्थानीय चुनाव और मेयर चुनाव साथ में होते हैं. ब्रिटेन में मई के पहले हफ्ते में ही सभी चुनाव करा लिए जाते हैं.

अमेरिका में राष्ट्रीय और स्थानीय चुनावों का समय अलग-अलग होता है. हालांकि, कुछ राज्य और काउंटी में स्थानीय चुनाव और राज्य चुनाव एक साथ होते हैं, लेकिन राष्ट्रीय चुनाव (जैसे राष्ट्रपति चुनाव) अलग समय पर आयोजित होते हैं.

दक्षिण अफ्रीका में हर पांच साल बाद देश की संसद, राज्यों की विधानसभाओं और नगर पालिकाओं में चुनाव एक साथ होते हैं. 

इंडोनेशिया में राष्ट्रपति और विधानसभा चुनाव साथ में होते हैं, जबकि स्वीडन में हर चार साल में आम चुनाव के साथ काउंटी और म्युनिसिपल काउंसिल के चुनाव होते हैं.