Apr 1, 2025, 07:21 PM IST

सांप के जहर से बचाने वाला टीका बनाती है ये जनजाति

Meena Prajapati

भारत में अनेक जनजातियां हैं, जो अपने किसी खास हुनर ये के लिए जानी जाती है. 

दक्षिण भारत की ऐसी ही एक जनजाती है इरुला, जो सांपों से खेलती है.

नंगे हाथों में सांपों को खिलौने की तरह लेकर उनका जहर निकालते हैं और फिर उसे अच्छी कीमत में बेच देते हैं. 

इरुला जनजाति के लोग सांपों का जहर निकालने के लिए उसकी गर्दन को जोर से दबाते हैं और सांप गुस्से में आकर जहर उगल देता है. 

वैज्ञानिक इरुला जनजाति के द्वारा इकट्ठा किए गए सांपों के जहर को लेकर उससे सांप के काटने पर लगाया जाने वाला एंटी-वेनम इंजेक्‍शन बनाते हैं.

इरुला जनजाति दक्षिणी भारत के केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्‍यों में पाई जाती है.

इस समुदाय के 90 फीसदी से ज्‍यादा लोगों को सांपों का पता लगाने और पकड़ने में महारत हास‍िल होती है. 

भारत में सांपों को जहर निकालने के लिए‍ पकड़ने की सीमित मंजूरी है. 

नियम के मुताबिक, जहर निकलने के लिए सिर्फ चार प्रजाति के सांपों को ही पकड़ा जा सकता है. इनमें किंग कोबरा, करैत, रसेल वाइपर और इंड‍ियन सॉ स्‍क्रेल्‍ड वाइपर शामिल हैं.