Jun 26, 2024, 07:05 PM IST

दुर्योधन के इस भाई ने किया था द्रौपदी के चीर-हरण का विरोध

Sumit Tiwari

महाभारत में द्रौपदी के चीर-हरण की कहानियां सबसे सुनी और देखी होंगी.

साथ ही आप ये भी जानते होंगे कि द्रौपदी के चीर-हरण का विरोध कर्ण ने किया था.

लेकिन आप ये नहीं जानते कि इस सभा में एक व्यक्ति और था जिसने चीर-हरण का विरोध किया था.

ये कोई और नहीं बल्कि दुर्योधन का भाई 'विकर्ण' था. इसने भरी सभा में दुर्योधन को ये पाप करने से रोका था.

युधिष्ठिर जब अपनी पत्नी को जुए में हार गए तो विकर्ण ने उन्हें द्रौपदी को सभा में लाने से मना किया था.

विकर्ण ने महाभारत में कौरवों की तरफ से युद्ध लड़ा. विकर्ण धृतराष्ट्र के सौ पुत्रों में से एक था. 

युद्ध के दौरान विकर्ण का सामना भीम से हुआ. भीम और विकर्ण के बीच काफी समय तक युद्ध चला लेकिन अंत में विकर्ण मारा गया.

युद्ध से पहले विकर्ण ने भीम से कहा था की चीर-हरण के समय मेरा जो धर्म था वो मैने निभाया और रणभूमि में मेरा जो धर्म है अब वो निभाऊगां.