Jul 23, 2024, 03:32 PM IST

Shah Jahan के पास ऐसा क्या था जो पहचान लेता था जहरीला खाना

Rahish Khan

मुगलों ने भारत में लगभग 200 सालों तक राज किया. इस दौरान एक से बढ़कर एक बादशाह हुए.

इनमें से एक थे मुगल बादशाह शाहजहां, जो 1628 में गद्दी पर बैठे. शाहजहां लंबे-चौड़े और गठीले बदन वाले थे.

सलमा हुसैन की किताब ‘द मुगल फीस्ट: रेसिपीज फ्रॉम द किचन ऑफ एंपरर शाहजहां’ के मुताबिक, शाहजहां खाने-पीने के बहुत शौकीन थे.

स्पेशल रसोईया उनका खाना तैयार करते थे. बादशाह के खाने के लिए एक-एक चीज का ध्यान रखा जाता था.

शाही हकीम जो खाना उन्हें बताते थे उसी मेन्यू के हिसाब से शाही किचन में उनका खाना बनता था.

शाहजहां को पुलाव बहुत पसंद थी. पुलाव के चावल पर चांदी के वर्क से लेप लगाया जाता था.

हकीमों का तर्क था कि चांदी के बर्तन में खाना बनाना पाचन के लिए अच्छा होता है.

शाहजहां ज्यादातर खाना हरम की बेगमों और दूसरी महिलाओं के साथ खाया करते थे.

सबसे खास बात ये है कि शाहजहां को हमेशा खाने में जहर देने का डर सताता रहता था.

इस वजह से उन्होंने खास तरह की प्लेटें बनवा रखी थीं, जो तुरंत जहर की पहचान कर लेती थी.

यह चीनी मिट्टी की बनी थीं. जिसमें अगर जहरीला खाना डाला तो तुरंत उनका रंग बदल जाता था.