Jul 3, 2024, 12:08 AM IST
शाहजहां ने किस खुशी में 8 दिन तक महल में की थी पैसों की बारिश
Rahish Khan
जहांआरा (Jahanara) मुगल बादशाह शाहजहां (Shah Jahan) और बेगम मुमताज महल की सबसे बड़ी बेटी थी.
जहांआरा दुनिया की सबसे अमीर महिला थी, जिसका जिक्र इतिहास में किया गया है.
शाहजहां अपनी बेटी से इतना प्यार करते थे कि उसकी खुशी के लिए कुछ करने को तैयार थे.
साल 1644 को जहांआरा किसी कारण आग में झुलस गई थी. वह 8 महीने तक बिस्तर में पड़ी रहीं.
बेटी के इलाज के लिए मुगल बादशाह शाहजहां ने अपने सारे खजाने खोल दिए थे. उसने एक से बढ़कर एक हकीम (डॉक्टर) को बुलाया.
जहांआरा के ठीक होने की दुआ में हर दिन गरीबों में पैसे बांटे जाने लगे. भारी संख्या में काल कोठरी से कैदियों को रिहा किया गया.
इतिहास कारों की मानें तो जहांआरा के तकिए के नीचे हर रोज 1 हजार रुपये रखे जाते और फिर अगले दिन उन्हें गरीबों में बांटा जाता था.
जब बेटी ठीक हो गई तो शाहजहां ने खुशी में 8 दिन तक महल में गरीबों के लिए पैसों की बरसात की.
130 मोती के साथ पांच लाख रुपये के कंगन तोहफे के रूप में दिए. बादशाह ने शहजादी के इलाज करने वाले हकीम को भी मालामाल कर दिया.
हकीम को इलाज करने के एवज में 200 घोड़े, हाथी, 500 तोले वजन के बराबर अशर्फी के तोफे में दी गईं.
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