Mar 16, 2024, 05:54 PM IST

इस मुगल शहजादी को कहते थे हरम की तितली

Smita Mugdha

मुगल हरम में रानियों और शहजादियों के खूब नाज-नखरे उठाए जाते थे. उनकी सेवा के लिए कई दासियां होती थीं.

मुगल हरम की रानियों और शहजादियों के कई किस्से मशहूर हैं. कुछ बेहद अय्याश थीं, तो कुछ बेहद गुणी और विद्वान भी.

ऐसी ही एक शहजादी थी आराम बानो बेगम  जिनका जन्म 22 दिसंबर 1584 को हुआ था.

आराम बानो अकबर और उनकी बेगम दौलत शाद की सबसे छोटी बेटी थीं, जो अपनी सुंदरता के लिए जानी जाती थी. 

आराम बानो बेगम दिखने में बेहद खूबसूरत होने के साथ ही बातूनी और तेज-तर्रार मिजाज की भी थीं. 

आराम बानो बेगम को हरम की तितली भी कहा जाता था क्योंकि यह न सिर्फ खूबसूरत थीं बल्कि अपने पिता के खिलाफ जाने का भी साहस रखती थीं.

आराम बानो बेगम का स्वभाव तेज तर्रार था और अपनी शोख तबीयत की वजह से उन्हें लोग तितली कहते थे. 

आराम बानो बेगम की मां बीबी दौलत शाद भी अकबर की खास बेगमों में से एक थीं. अकबर ने मां और बेटी दोनों को हरम में विशेष पद दिए थे.

मुगल हरम में रानियों के साथ ही राजकुमारियों को भी अलग-अलग दर्जा दिया जाता था, जिसके मुताबिक उन्हें वेतन और जागीरें भी मिलती थीं.