Mar 4, 2024, 03:38 PM IST

अय्याशी में कम नहीं थी मुगल रानियां, शाही शौक में राजाओं को देती थीं मात

Smita Mugdha

मुगल राजाओं के शाही शौक पूरी दुनिया में मशहूर रहे हैं, लेकिन रानियां भी इसमें कम नहीं थीं.

इतिहासकार मनूची ने मुगल इतिहास और हरम को लेकर काफी कुछ लिखा है. अपनी किताब में उन्होंने शाही हरम की औरतों के बारे में लिखा है.

हरम की औरतों के बारे में मनूची का कहना था कि दासियों और रानियों के जीवन में जमीन आसमान का फर्क था. 

मुगल रानियों का जीवन बेहद आरामदेह और सुकून भरा होता था. वे महल में फव्वारों के किनारे लेटी रहती थीं. 

मुगल रानियों के मनोरंजन के लिए महल में आतिशबाजी होती थी और नर्तकियों का नाच-गाना चलता रहता था. 

मनूची के मुताबिक, मुगल रानियां सिर से पैर तक सोने, हीरे-जवाहरात के जेवरों से लदी रहती थीं. 

मुगल रानियां एक बार कपड़े पहनने के बाद दोबारा नहीं पहनती थीं और उन्हें दासियों में बांट देती थीं.

मुगल रानियां हरम में सोने और चांदी के मुहरों से शतरंज और ऐसे दूसरे खेल खेलकर समय बिताती थीं.

अय्याशी और शाही शौक के मामले में मुगल रानियां और राजा एक-दसूरे के टक्कर देते थे.