Mar 17, 2024, 02:07 PM IST

विधवा बन महल में ली शरण और बन गई मुगल सल्तनत की मल्लिका

Smita Mugdha

नूरजहां की गिनती मुगल इतिहास की सबसे ताकतवर महिला के तौर पर होती है, जिसका राज हरम और महल दोनों पर चलता था. 

नूरजहां के पहले पति शेर अफगन की मौत के बाद जहांगीर के महल में उसे विधवा महिला के तौर पर शरण दी गई थी. 

हरम की बाकी महिलाएं नूरजहां की सुंदरता और नफासत के साथ उनकी बहादुरी की भी जल्द ही मुरीद हो गई थीं. 

साल 1611 में नूरजहां और जहांगीर की शादी हो गई. इस तरह नूरजहां जहांगीर की बीसवीं और आखिरी पत्नी बनीं.

जहांगीर से शादी के बाद नूरजहां का कद महल और हरम दोनों ही जगहों पर तेजी से बढ़ने लगता था. 

कुछ ही वर्षों नें नूरजहां की हुकूमत हरम से लेकर राजदरबार के सभी प्रमुख फैसलों पर भी चलने लगी थी.

यहां तक कि दरबार के सभी प्रमुख पदों पर नूरजहां ने अपने परिवार के सदस्यों को नियुक्त  किया था. 

साल 1617 में चांदी के सिक्के जारी किए गए जिन पर जहांगीर के बगल में नूरजहां का नाम छपा था.

इससे सत्ता में उनकी पकड़ का अंदाजा लगाया जा सकता है. हालांकि, जहांगीर की मौत के बाद नूरजहां की शक्तियां सीमित हो गईं.