Jan 23, 2024, 01:30 PM IST

मुगल रानियों के हार और कमरबंद का ही वजन होता था 20 किलो, पहनती थीं इतने जेवर

Smita Mugdha

मुगल सल्तनत में रानियां और शहजादी बहुत आलीशान जीवन जीती थीं और सिर से पांव तक जेवरों से लदी रहती थीं.

मुगल रानियों और शहजादियों को उनके ओहदे के आधार पर जेवर और दूसरे आभूषण तोहफे के तौर पर मिलते थे.

पादशाही बेगम और प्रमुख रानियों के पास आम तौर पर ज्यादा जेवर और महंगे रत्न होते थे.

कहा जाता है कि जोधा बाई और जहां आरा जैसी प्रभावशाली महिलाएं रोजमर्रा की जिंदगी में कई किलो के गहने पहनती थीं.

सिर पर पहनने वाले भारी रत्न जड़ित मुकुट ही काफी भारी होता था. इसके अलावा, कमरबंद और रानी हार जैसे जेवर कई किलो के होते थे.

कंगन और चूड़ियां भी काफी भारी होते थे और पैरों में चांदी के कई किलो के कड़े शाही परिवार की महिलाएं पहनती थीं.

इसके अलावा, शाही परिवार की महिलाएं सोने, चांदी और रत्नों से जड़े भारी वस्त्र पहनती थीं.

मुगल बादशाह खुश होने पर भी अपने बेगमों और शहजादियों को भारी जेवर तोहफे में देते थे. 

मुगल रानियां और शहजादियां खुश होने पर अपनी दासियों और सेविकाओं को तोहफे के तौर पर आभूषण देती थीं.