Dec 6, 2023, 12:41 PM IST
शकुनि मामा को जुए में हराना क्यों था नामुमकिन
DNA WEB DESK
महाभारत की कथा में दुर्योधन के मामा शकुनि को अपनी कुटिल बुद्धि और जुए के खेल के लिए जाना जाता है.
शकुनि के पासे उसके इशारों पर चलते थे और कहा जाता है कि उसे जुए के खेल में हराना नामुमकिन ही था.
शकुनि के पासे के बारे में बहुत सी कहानियां प्रचलित हैं जिसमें सम्मोहित करने से लेकर हाथी दांत के बने पासों का दावा किया जाता है.
शकुनि 'चौसर ' में जिन पासों का इस्तेमाल करता था वो कोई आम पासे नहीं थे. कहते हैं कि ये पासे शकुनि के मृत पिता की हड्डियों से बने थे.
कहा जाता है कि शकुनि के पिता की आत्मा इन पासों में रहती थी.
ऐसी मान्यता भी है कि शकुनि के पासे हाथीदांत के बने हुए थे और मायाजाल और सम्मोहन की मदद से पासों को अपने वश में कर लेता था.
शकुनि के पिता राजा सुबुल की मृत्यु के बाद वह बहन गांधारी के साथ ही चला आया था और अपने परिवार के अपमान का बदला लेना चाहता था.
शकुनि के पिता ने युद्ध में उसकी रिहाई की मांग की थी लेकिन एक टांग टूट जाने की वजह से वह युद्ध करने के लिए अयोग्य हो गया था.
अपने पिता की हार और अपमान का बदला लेने के लिए शकुनि ने कौरवों के मन में जहर भरा और कुटिल चालों से पांडवों को बर्बाद कर दिया.
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